गोरखपुर। कोविड-19 कोरोना वायरस महामारी से देश प्रदेश निपटने के लिए जूझ रहा है प्रधानमंत्री के निर्देशानुसार 14 अप्रैल तक आम जनता सोशल डिस्टेंसिंग बनाते हुए लॉक डाउन का पालन कर रही है प्रदेश सरकार का सख्त निर्देश है कि कोई गरीब भूखा नहीं सोएगा
गरीब परिवारों को फ्री व सामान्य परिवारों को उचित मूल्य पर गेहूं चावल व अन्य वस्तु दी जायेगी लेकिन लॉक डाउन का कुछ कोटेदार नाजायज फायदा उठाते हुए दो रुपए का गेहूं चार रुपए में उपभोक्ताओं को दे रहे हैं जिनको 20 किलो गेहूं मिलना चाहिए उन्हें 15 किलो दिया जा रहा है जिन्हें 15 किलो मिलना चाहिए उन्हें 10 किलो दिया जा रहा ऐसी सूचना पर जिला प्रशासन मुस्तैद है कि कहीं भी कोई कोटेदार किसी भी उपभोक्ता को जो मूल्य निर्धारित है उसी रेट पर राशन दिया जाए लेकिन मिर्जापुर स्थित नंदलाल की सरकारी दुकान पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/ एसडीएम सदर गौरव सिंह सोगरवाल के निर्देश पर नायब तहसीलदार सदर राधेश्याम गुप्ता की अध्यक्षता में राजस्व टीम गठित कर उक्त दुकान को चेक किया गया तो वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करते हुए आए हुए उपभोक्ताओं को केवल गेहूं दिया जा रहा था चावल यह कह कर नहीं दिया जा रहा है की बाद में आएगा तब दिया जाएगा नायब तहसीलदार सदर राधेश्याम गुप्ता ने बताया कि चावल के स्थान पर केवल गेहूं दिया जा रहा था दो रुपए का गेहूं 4 रूपया उपभोक्ताओं से लिया जा रहा था 15 किलो जिसे गेहूं पाना चाहिए था उसे केवल 10 किलो दिया जा रहा था 20 किलो के स्थान पर 15 किलो दिया जा रहा था दुकान को सील कर दिया गया है दुकानदार नंदलाल के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की गयी जो उपभोक्ता अभी तक राशन नही पाये है उन्हें बगल की दुकान से अटैच कर दिया गया है वह वहां से अपना राशन प्राप्त कर सकते है सदर कानूनगो प्रदुमन सिंह क्षेत्रीय लेखपाल राम कुमार गुप्ता सहित अन्य लेखपालगण कार्रवाई में सम्मिलित रहते हुए दुकान को सील किया।