एसपी ट्रैफिक पर फर्जी आरोप लगाने वाले ने माफी मांगी ॽ

 


*गोरखपुर*::: एक सच्ची कहावत है कि सांच को आंच नहीं जो चरितार्थ होता दिख रहा है एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा के गोरखपुर में तैनाती के दौरान उनके ऊपर कई प्रकार के झूठे और कूटरचित आरोप लगे लेकिन जांच में हर बार वह बेगुनाह साबित हुए। हर आरोपों में उन्हें क्लीनचिट मिला। ऐसा ही एक आरोप लॉक डाउन के दौरान पास जारी करने को लेकर ngo चलाने वाले मित्र प्रकाश ने अपने फेसबुक वॉल पर पोस्ट किया कि एसपी ट्रेफिक के आदेश पर उनके कार्यालय से फर्जी पास जारी हो रहे हैं इतना ही नहीं मित्र प्रकाश ने आरोप यह भी लगाया कि पास जारी कराने के लिए पैसा भी लिया जाता है। यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इसकी जानकारी एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा को हुई तो उन्होंने मित्र प्रकाश को सच्चाई से अवगत कराया और पोस्ट पर लिखा कि यह पास एसएसपी महोदय के आदेश से जारी किया गया उसके कुछ ही समय बाद मित्र प्रकाश ने अपना बयान बदलते हुए सार्वजनिक तौर पर क्षमा याचना की। बरहाल अपने अच्छे कार्यों को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहने वाले एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा की अच्छाइयां लोगों को हजम नहीं हो रही है इसलिए अनर्गल आरोप लगाते रहते हैं और जब इसकी गहराई से जांच की जाती है तो आरोप निराधार साबित होते हैं।
 मित्र प्रकाश से दूरभाष पर पोस्ट के संबंध में बात की गई की आपने एसपी ट्रैफिक के ऊपर जो आरोप लगाए हैं उसका आपके पास कोई सुबूत है तो उन्होंने कहा कि कुछ लोगो के जरिए जानकारी हुई है और यह मेरे विचार है और उसके कुछ ही समय बाद जब उनसे दोबारा उनके दूसरे पोस्ट के बारे में पूछा गया तो महोदय ने कहा कि पुलिस को पास जारी करने का कोई शासनादेश नहीं है इस आधार पर मैंने पोस्ट की थी और इसमें एसपी ट्रैफिक की कोई गलती नहीं है उन्होंने तो अपने अधिकारी के आदेश का पालन किया है । इसलिए उनसे मैंने क्षमा भी मांगी है। मिली जानकारी के अनुसार  मित्र प्रकाश एक एनजीओ चलाते हैं और जिले के एक बड़े अधिकारी की चाटुकारिता करते हैं।